उत्तराखंड राज्य निर्माण के पश्चात राज्य के चिन्ह और राज्य के प्रतीकों का निर्धारण वर्ष 2001 में किया गया।
राज्य चिन्ह
राज्य के प्रतीक चिन्ह के ऊपरी भाग में तीन पर्वत श्रंखलाओं को दर्शाया गया है। बीच की श्रंखला में अशोक स्तम्भ है, जिसमें
" सत्यमेव जयते " वाक्य अंकित है। निचले भाग में गंगा की चार लहरों को दर्शाया गया है। यह प्रतीक चिन्ह उत्तराखंड शाशन के सभी दस्तावेजों में प्रयुक्त किया जाता है।
राज्य वृक्ष : बुरांस
वर्ष भर हरे भरे रहने वाले बुरांस वृक्ष के आते ही बड़े आकार के लाल फूलों से लक दक हो जाते हैं। इसको अंग्रेजी में
'RHODO DENDRON' कहते हैं, जो मूलतः ग्रीक भाषा का शब्द है। 'Rhodo' अर्थात गुलाब और 'dendron' अर्थात वृक्ष।
यह एरिकासी नेस ग्रीक वर्ग का पौधा है तथा इसका वानस्पतिक नाम "Rhodo dendrom arboreum" है। कुमाऊं - गढ़वाल में इसे ' बुरूंसी ' , कश्मीर में ' अर्डवाल ' तथा हिमाचल प्रदेश में ' बुरांशौ ' कहा जाता है।
राज्य पुष्प : ब्रह्मकमल
उच्च मध्य हिमालय क्षेत्रों में पाया जाने वाला ब्रह्मकमल अथवा बर्मिकौल बारहमासी पौधा है। उत्तराखंड में इसकी 24 तथा पूरे संसार में लगभग 410 प्रजातियां पाई जाती है। इसकी हल्के पीले रंग की पत्तियां इसके बैंगनी फूलों के गुच्छों को घेरे रहती हैं। इसके फूलों के झुंड की लंबाई 1 से 3 सेंटीमीटर तक होती है। ब्रह्मकमल वनस्पति विज्ञान के ' एस्टरसी ' कुल का पौधा है
तथा इसका वैज्ञानिक नाम ' सोसुरिया अवभेलेटा ' है।
राज्य पशु : कस्तूरी मृग
सुगंधित द्रव्य की ग्रंथि के लिए प्रसिद्ध कस्तूरी मृग हिमालय क्षेत्र में पाया जाने वाला एक दुर्लभ प्राणी है। इसकी मुख्यतया चार प्रजातियां रूस, चीन, नेपाल और भारत के हिमालय क्षेत्रों में ही अधिकतर कस्तूरी मृग पाए जाते हैं। यह 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले वन क्षेत्रों में निवास करता है। कस्तूरी मृग को ' हिमालयन मस्क डीयर ' के नाम से भी जाना जाता है।
राज्य पक्षी : मोनाल
' न्यो आर नियिस ऑर्डर वेलीफर्यिरिस ' उपवर्ग के ' फंसिनिडी ' परिवार के सदस्य मोनाल को वैज्ञानिक भाषा में ' लोफोफोरस इंपीजेंस ' कहा जाता है। 8000 से 15000 फुट की ऊंचाई तक पाए जाने वाले मोनाल की मुख्य चार प्रजातियां इपेलेस,
स्केलेटरी, ल्युरी तथा lyufoforas ense पाई जाती हैं। कश्मीर की बर्फीली पहाड़ियों, उत्तर पूर्व असम और उत्तराखंड की उच्च बर्फीली पहाड़ियों , हिमाचल प्रदेश, नेपाल, पाकिस्तान में पाए जाने वाले मोनाल को स्थानीय भाषा में मन्याल भी कहा जाता है।
धन्यवाद
अधिक जानकारी के लिए जुड़े रहे
0 Comments