उत्तरांचल को एक अलग राज्य  दर्जा दिलाने के लिए कई लोगों ने अपनी जान तक दी. 7 गोलीकांड लड़े गए इन गोलीकांड में कई लोग सहीद भी हुए.
1.खटीमा गोलीकांड.
2.मसूरी गोलीकांड.
3.रामपुर तिराहा गोलीकांड.
4.देहरादून गोलीकांड.
5.कोटद्वार कांड.
6.नैनीताल गोलीकांड.
7.श्रीयंत्र टापू (श्रीनगर) कांड.
इन सभी कांड में रामपुर तिराहा कांड ने उत्तरांचल को अलग राज्य का दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
2 अक्टूबर 1994 की रात को दिल्ली रैली में  रहे आंदोलनकारियों का रामपुर तिराहा  (मुज़फ्फरनगर) में पुलिस प्रशासन ने ऐसा दमन किया कि इसका उदाहरण किसी लोकतांत्रिक देश तथा कभी किसी तानाशाह ने भी आज तक पूरे विश्व में नहीं किया होगा. निहत्थे आंदोलनकारियों को रात के अंधेरे में चारों ओर से घेरकर गोलियां बरसाई गई और पहाड़ की सीधी सादी महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया. इस गोलीकांड में राज्य के 7 आंदोलनकारी शहीद हुए. इस गोलीकांड के दोषी 8 पुलिस वाले जिनमें 3 पुलिस अधिकारी भी शामिल थे पर मुकदमा चलाया गया.
गोलीकांड में हुए शहीद.
1.अमर शहीद स्वर्गीय सुर्यप्रकाश थपलियाल (20), पुत्र श्री चिंतामणि थपलियाल, ऋषिकेश.
2.अमर शहीद स्वर्गीय राजेश लखेड़ा (24), पुत्र श्री दर्शन सिंह लखेड़ा, अजबपुर कलां, देहरादून.
3.अमर शहीद स्वर्गीय रविन्द्र सिंह रावत (22),पुत्र श्री कुंदन सिंह रावत, बी 20 नेहरू कालोनी देहरादून.
4.अमर शहीद स्वर्गीय राजेश नेगी (20),पुत्र श्री महावीर सिंह नेगी, भानियावाला, देहरादून.
5.अमर शहीद स्वर्गीय सतेंद्र चौहान (26) पुत्र श्री जोध सिंह चौहान, ग्राम हरिपुर सेलाकुई, देहरादून.
6.अमर शहीद स्वर्गीय गिरीश भद्री (21) पुत्र वाचस्पति भद्री, अजबपुर खुर्द, देहरादून.
7.अमर शहीद स्वर्गीय अशोक कुमार केशिव, पुत्र श्री शिव प्रसाद केशिव, मंदिर मार्ग, उखीमठ,रुद्रप्रयाग.
इन सभी सभी शहीदों को सत सत नमन.
धन्यवाद.